भारत के ओलंपिक चैंपियन और स्टार भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार रात दोहा डायमंड लीग 2025 में एक नया इतिहास रच दिया। उन्होंने पहली बार अपने करियर में 90 मीटर से अधिक की दूरी पर भाला फेंककर एथलेटिक्स की दुनिया में एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की। नीरज ने 90.23 मीटर का भाला फेंककर सभी भारतीयों को गर्व से भर दिया। हालांकि, यह थ्रो उन्हें खिताब दिलाने के लिए काफी नहीं था और उन्हें दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। जर्मनी के जूलियन वेबर ने 91.06 मीटर की दूरी पर भाला फेंककर मुकाबला अपने नाम कर लिया।
नीरज की इस उपलब्धि ने पूरे देश को उत्साहित कर दिया। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “भारत खुश और गौरवान्वित है! दोहा डायमंड लीग 2025 में 90 मीटर का आंकड़ा पार करने और अपना सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत थ्रो हासिल करने के लिए नीरज चोपड़ा को बधाई। यह उनके अथक समर्पण, अनुशासन और जुनून का नतीजा है।”
27 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने दोहा में अपने तीसरे प्रयास में 90.23 मीटर का थ्रो फेंका, जो उनके करियर का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह थ्रो उन्हें लंबे समय से 90 मीटर की दहलीज पार करने के उनके लक्ष्य की प्राप्ति थी। इससे पहले वे कई बार इस आंकड़े के बेहद करीब पहुंचे थे, लेकिन यह दूरी छूने से चूक जाते थे। अब आखिरकार उन्होंने इस बड़ी बाधा को पार कर लिया।
जहां नीरज ने इतिहास रचते हुए 90.23 मीटर की दूरी तय की, वहीं जर्मनी के जूलियन वेबर ने अंतिम राउंड में 91.06 मीटर का भाला फेंककर न केवल प्रतियोगिता जीती, बल्कि दर्शकों को रोमांच से भर दिया। यह मुकाबला आखिरी तक बेहद रोमांचक रहा, जिसमें दोनों खिलाड़ी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए संघर्ष कर रहे थे।
नीरज और वेबर की यह टक्कर न केवल खेल भावना की मिसाल बनी बल्कि इसने दर्शकों को भी दिखाया कि एथलेटिक्स में भारत अब किसी भी स्तर पर पीछे नहीं है। नीरज का यह प्रदर्शन भारतीय एथलेटिक्स के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।
नीरज चोपड़ा 90 मीटर पार करने वाले दुनिया के 25वें और एशिया के तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर और चीनी ताइपै के चाओ सुन चेंग ने 91.36 मीटर का थ्रो किया है। इस तरह नीरज अब इस एलीट क्लब का हिस्सा बन चुके हैं, जिसमें शामिल होना हर भालाफेंक खिलाड़ी का सपना होता है।
नीरज ने बताया कि इस साल फरवरी में उन्होंने अपने नए कोच यान जेलेज्नी (चेक गणराज्य) के साथ काम करना शुरू किया है। जेलेज्नी खुद भी भालाफेंक में 90 मीटर से ऊपर के थ्रो के लिए प्रसिद्ध हैं और वे नीरज को नई तकनीकों से लैस कर रहे हैं। नीरज ने बताया, “मैं और मेरे कोच अभी भी मेरे थ्रो के कुछ पहलुओं पर काम कर रहे हैं। मैंने इस साल बहुत बेहतर महसूस किया है और मुझे विश्वास है कि आने वाले इवेंट्स में मैं और भी अच्छा कर सकता हूं।”
नीरज ने यह भी स्वीकार किया कि पिछले कुछ वर्षों से वे कमर दर्द की समस्या से जूझ रहे थे, जिससे वे अपनी पूरी क्षमता नहीं दिखा पा रहे थे। लेकिन अब उन्होंने उस दर्द पर काबू पा लिया है और वे शारीरिक रूप से पहले से कहीं ज्यादा फिट महसूस कर रहे हैं। उनका लक्ष्य अब विश्व चैंपियनशिप में 90 मीटर से भी अधिक थ्रो करना है।
मुकाबले के बाद नीरज ने कहा, “मैं 90 मीटर का आंकड़ा छूकर बहुत खुश हूं, लेकिन यह वास्तव में थोड़ा कड़वा-मीठा अनुभव है। मैं जीत से थोड़ा दूर रह गया, लेकिन यह प्रदर्शन मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं इस साल और मेहनत करूंगा।”
उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ने तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि हर टूर्नामेंट में शीर्ष स्थान हासिल करने की उनकी भूख बनी हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सार्वजनिक समर्थन नीरज चोपड़ा जैसे खिलाड़ियों को और अधिक प्रेरणा देता है। पीएम मोदी न केवल ओलंपिक या बड़े आयोजनों में खिलाड़ियों से संवाद करते हैं, बल्कि वे समय-समय पर उनके प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रियाएं भी देते हैं।
नीरज की तारीफ करते हुए उन्होंने न केवल उनकी मेहनत और समर्पण को सराहा, बल्कि यह भी कहा कि यह उपलब्धि समूचे देश के लिए गर्व की बात है। पीएम मोदी की पोस्ट से यह भी संकेत मिलता है कि सरकार खिलाड़ियों के साथ खड़ी है और उनकी उपलब्धियों को राष्ट्रीय गौरव के रूप में देखती है।-
नीरज की इस उपलब्धि के बाद पूरे देश में उत्साह का माहौल है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं और उनके प्रदर्शन पर गर्व जता रहे हैं। खेल मंत्रालय, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ और कई नामी हस्तियों ने भी नीरज को इस ऐतिहासिक थ्रो के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
दिल्ली, चंडीगढ़, पानीपत जैसे शहरों में लोगों ने मिठाइयां बांटी और नीरज के लिए शुभकामनाएं दीं। स्कूलों और खेल अकादमियों में उनके थ्रो की वीडियो दिखाई गई और नवोदित खिलाड़ियों को उनसे प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया गया।
नीरज चोपड़ा की निगाह अब आने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप और ओलंपिक क्वालिफाइंग इवेंट्स पर है। वे खुद मानते हैं कि यह साल उनके करियर का एक बड़ा मोड़ हो सकता है। वे लगातार अपनी तकनीक, फिटनेस और थ्रो के विभिन्न पहलुओं पर काम कर रहे हैं।
उनका कहना है कि वे अपने कोच यान जेलेज्नी के मार्गदर्शन में इस साल 91 मीटर या उससे अधिक थ्रो करने की कोशिश करेंगे। यदि वे ऐसा करने में सफल रहते हैं तो वे एशिया के शीर्ष थ्रोअर बन जाएंगे और विश्व स्तर पर भी नए मानक स्थापित कर सकते हैं।
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