Jharkhand
Jharkhand: झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर हैं, जिसमें कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बनी है। यह गठबंधन, जो इंडिया ब्लॉक के तहत कार्य कर रहा है, ने 81 विधानसभा सीटों में से 70 पर अपने उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची स्थित अपने सरकारी आवास पर कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर की उपस्थिति में सीट शेयरिंग का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि इंडिया ब्लॉक के दल एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा। हालांकि, आरजेडी और वाम दलों के प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति ने इस घोषणा पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस और जेएमएम:
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस और जेएमएम मिलकर 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन शेष 11 सीटों के लिए आरजेडी और वाम दलों के साथ बातचीत अभी चल रही है। यह साफ नहीं है कि ये दल किन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
आरजेडी की भूमिका:
आरजेडी सांसद मनोज झा ने बैठक में अपनी पार्टी की स्थिति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि पिछली बार उनकी पार्टी 7 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और इस बार उनका लक्ष्य अधिक सीटें जीतने का है। झा ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी की मौजूदगी कई जिलों में मजबूत है और उन्हें विश्वास है कि वे भाजपा को हराने में सक्षम हैं।
झारखंड में विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे, और मतगणना 23 नवंबर को होगी। यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये झारखंड की राजनीतिक दिशा को प्रभावित करेंगे और यह दिखाएंगे कि विपक्षी गठबंधन कितनी मजबूती से सामने आ रहा है।Jharkhand
कांग्रेस और जेएमएम का यह गठबंधन उनकी राजनीतिक मजबूती को दिखाता है। हेमंत सोरेन ने इस गठबंधन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि भाजपा को हराना उनकी प्राथमिकता है। वे इस बात पर जोर दे रहे हैं कि एकजुटता से ही उन्हें सफलता मिलेगी।Jharkhand
हालांकि, विपक्षी गठबंधन के सामने कुछ चुनौतियाँ भी हैं। आरजेडी और वाम दलों का इस प्रक्रिया में शामिल न होना एक चिंता का विषय है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या ये दल चुनावी मैदान में एकजुट होकर प्रभावी रूप से सामने आएंगे या नहीं।Jharkhand
मनोज झा की चिंता:
मनोज झा ने कहा कि यदि उनकी पार्टी को गठबंधन में उचित स्थान नहीं दिया गया, तो यह उनके लिए निराशाजनक होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके दल की राजनीतिक ताकत और जनाधार भाजपा के खिलाफ लड़ाई में सहायक हो सकते हैं।Jharkhand
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