Maharashtra
Maharashtra : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और सभी राजनीतिक पार्टियाँ चुनावी तैयारियों में जुटी हुई हैं। इस बीच, महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के नेता उद्धव ठाकरे ने सीएम चेहरे के मुद्दे पर महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने सत्ताधारी महायुति गठबंधन को पहले अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की शर्त रखी है।
शिवसेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे ने हाल ही में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि “पहले महायुति को अपना सीएम चेहरा घोषित करने दें। उसके बाद, हम भी अपने उम्मीदवार का एलान करेंगे।” यह बयान उन चर्चाओं के बीच आया है जहां सभी राजनीतिक दल अपने-अपने सीएम चेहरों की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं।Maharashtra
महायुति में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार की एनसीपी शामिल हैं। ठाकरे ने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और भाजपा के वोट शेयर में केवल 0.6 प्रतिशत का अंतर है, फिर भी भाजपा को अधिक सीटें मिलीं।Maharashtra
ठाकरे ने कहा, “राज्य सरकार के हर कदम को संदेह की नजर से देखा जा रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में दो गिरफ्तारियां और बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में हत्या से लोगों के मन में सरकार के प्रति संशय बढ़ा है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि मुंबई में अपराध की घटनाओं में वृद्धि हो रही है, जबकि पुलिस आयुक्तों की संख्या बढ़ गई है।Maharashtra
जब एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार से सीएम चेहरे के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने उद्धव ठाकरे के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि “जो कुछ भी उद्धव ने कहा, वह स्पष्ट है।” पवार ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र सरकार की ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ एक धोखा है, क्योंकि इसके लिए बजट में कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं किया गया है।Maharashtra
पवार ने महाराष्ट्र के लोगों की राजनीतिक बदलाव की इच्छा को भी उजागर किया। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि आगामी विधानसभा चुनाव के परिणाम में यह भावना झलकेगी।” उन्होंने यह दावा भी किया कि महायुति शासन के तहत राज्य प्रशासन हतोत्साहित हो गया है और उन्होंने लोगों से वर्तमान सरकार से मुक्ति दिलाने का आह्वान किया।Maharashtra
विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों के चयन और महायुति की रणनीतियों को देखते हुए, राजनीतिक माहौल काफी गरम हो गया है। सभी पार्टियाँ अपनी-अपनी तैयारी कर रही हैं, और चुनाव परिणामों को लेकर जनता की आशाएँ और आकांक्षाएँ भी बढ़ती जा रही हैं।Maharashtra
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