INDIAN AIR FORCE: भारतीय AIR FORCE की बढ़ी ताकत
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान खौफज़दा हो गया है…. क्योंकि, पाकिस्तान ने ये हमला सिर्फ 26 टूरिस्टों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर किया है…. ऐसे में भारत हर क्षेत्र में पाकिस्तान को मुहंतोड़ जवाब दे रहा है…. अभी तक भारत ने जो भी कार्रवाई की है, उससे पाकिस्तान बौखला गया है, तिलमिलागया है… और डर के बारे में तो पूछो ही मत…. पाकिस्तान के जहन में डर इतना है…कि, कुछ दिग्गज नेताओं के परिवारों ने तो, देश छोड़ना शुरू कर दिया है….
और ऐसा होना लाजमी है भई…. क्योंकि, जिस तरह से हाल ही भारतीय सेनाओं ने सैन्य परिक्षण किया है… वो किसी भी दुश्मन देश के रौंगटे खड़े करने के लिए काफी है…. इसी बीच भारतीय सेना को एक और बड़ी सैन्य मजबूती मिली है। सेना को हाल ही में रूसी मूल की Igla-S वायु रक्षा मिसाइलें मिली हैं। ये मिसाइलें बहुत कम दूरी की वायु सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं और सेना की हवाई हमलों से रक्षा करने की क्षमता को और मजबूत करेंगी।
सरकार की ओर से सेना को दिए गए आपातकालीन खरीद अधिकारों के तहत ये सौदा किया गया था। लगभग 260 करोड़ रुपये की लागत वाले इस अनुबंध के तहत मिली मिसाइलों को सीमा पर तैनात अग्रिम चौकियों को दिया जा रहा है, ताकि दुश्मन के लड़ाकू विमान, हेलिकॉप्टर और ड्रोन से रक्षा की जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, ये मिसाइलें कुछ हफ्ते पहले सेना को मिली हैं और इन्हें पश्चिमी सीमाओं पर तैनात किया जा रहा है, जहां पाकिस्तान से खतरा बना हुआ है।
भारतीय वायुसेना ने भी इसी तरह के इन्फ्रारेड आधारित VSHORADS मिसाइलों की खरीद का फैसला किया है। सेना और वायुसेना दोनों पिछले कुछ वर्षों से आपातकालीन और फास्ट ट्रैक खरीद प्रक्रियाओं के जरिए अपने हथियारों के जखीरे को और मजबूत कर रहे हैं।
नई Igla-S मिसाइलों की तैनाती के साथ ही सेना ने 48 नए लॉन्चर और 90 अतिरिक्त मिसाइलों की खरीद के लिए भी CONTRACT जारी किया है। साथ ही सेना अब लेजर बीम-राइडिंग VSHORADS सिस्टम को भी जल्द ही हासिल करने की योजना बना रही है।
गौरतलब है कि Igla-S, पुराने Igla मिसाइल सिस्टम का एडवांस वर्जन है, जो 1990 के दशक से भारतीय सेना में उपयोग में रहा है। सेना ने अपने पुराने मिसाइल स्टॉक को भी भारत की एक कंपनी के माध्यम से अपग्रेड और मरम्मत करवाया है।
वही आपको बता दें कि पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान सेना द्वारा ड्रोन के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए भारतीय सेना को बेहतर ड्रोन पहचान और नष्ट करने की तकनीक की आवश्यकता है। इसी कड़ी में सेना ने स्वदेशी इंटीग्रेटेड ड्रोन डिटेक्शन एंड इंटरडिक्शन सिस्टम (IDDIS) मार्क-1 को तैनात किया है, जो 8 किलोमीटर से अधिक दूरी तक ड्रोन को पकड़, जाम और नष्ट कर सकता है।
इस सिस्टम में लेजर तकनीक भी लगी हुई है, जो ड्रोन को जलाकर गिरा सकती है। हाल ही में जम्मू क्षेत्र के 16 कॉर्प्स एरिया में सेना ने इसी तकनीक से एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था।
इसके साथ ही, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भी एक नई और लंबी दूरी की डायरेक्ट एनर्जी वेपन विकसित की है, जो बड़े ड्रोन, क्रूज़ मिसाइल और विमानों को युद्ध के समय नष्ट कर सकती है। सेना को जल्द ही कम ऊंचाई पर उड़ने वाले दुश्मन के विमानों और ड्रोन को जल्दी पकड़ने वाले रडार सिस्टम भी मिलने हैं।
पाकिस्तान सिर्फ सपनों में ही सोच सकता है कि, वो भारत का मुकाबला कर सकता है… बल्कि सच्चाई ये ही कि, पाकिस्तान भारत के सामने कुछ घंटों तक ही टिक जाए ये भी गनीमत होगी… क्योंकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के इरादे इस कदर मजबूत हो चुके हैं कि, अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा….