आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जिले के सिंहाचलम स्थित श्री वराह लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर में चंदनोत्सव के दौरान एक भीषण हादसा हुआ। भारी बारिश के कारण दीवार का 20 फीट लंबा हिस्सा गिरने से सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। घटना के बाद एनडीआरएफ और एपीएसडीआरएफ की टीमों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
मंदिर के पास स्थित सिंहगिरी बस स्टैंड से घाट रोड पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के पास 300 रुपये के टिकट की कतार में खड़े श्रद्धालुओं पर अचानक दीवार गिर गई। रात भर हुई भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण मिट्टी ढीली हो गई, जिससे दीवार गिरने का कारण बना। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, दीवार गिरने की वजह इलाके में भारी बारिश के कारण मिट्टी का धंसना हो सकता है।
सरकारी प्रतिक्रिया और राहत कार्य:
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर दुख जताया है और इलाके के कलेक्टर-एसपी से बात कर पीड़ितों की हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये और घायलों को 3-3 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा, प्रत्येक पीड़ित के परिवार के एक सदस्य को बंदोबस्ती विभाग के तहत मंदिरों में आउटसोर्सिंग की नौकरी प्रदान की जाएगी। उन्होंने तीन सदस्यीय समिति द्वारा घटना की जांच के भी आदेश दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक दीवार गिरने से हुई जानमाल की हानि से बहुत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’ पीएम मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है।
मंदिर की दीवार गिरने से सात की मौत
बताया गया कि बुधवार की सुबह सिह्माचलम में श्री वराह लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में बारिश से भीगी दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गहरा दुख व्यक्त किया और ‘एक्स’ पर लिखा, ‘सिह्माचलम में सात श्रद्धालुओं की मौत से बहुत दुखी हूं। परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं स्थिति पर करीब से नजर रख रहा हूं और पीड़ितों के लिए निरंतर समीक्षा और सहायता का आदेश दिया है।’
घायलों की स्थिति और अस्पताल में भर्ती:
घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मकान के बगल से ही श्रद्धालु घाट की तरफ जाते हैं, जिसके चलते श्रद्धालुओं और पुलिसवालों को चोट आई। मकान गिरते ही चीख पुकार मच गई। घायलों को कबीरचौरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।