कोरोना वायरस के बाद दुनियाभर में नई तरह की संक्रामक बीमारियां तेजी से फैल रही हैं। अब भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस के मामलों में तेजी देखी जा रही है। हाल ही में असम और पुडुचेरी जैसे राज्यों में इस वायरस के मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। यह वायरस मुख्य रूप से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित कर रहा है।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक ऐसा वायरस है जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह आमतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को संक्रमित करता है। इसके लक्षण फ्लू या अन्य श्वसन रोगों की तरह ही होते हैं।
अब तक भारत में 16 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से ज्यादातर मामलों की पुष्टि दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर के राज्यों में हुई है।
एचएमपीवी वायरस के संपर्क में आने के 3 से 6 दिन बाद लक्षण दिखाई देते हैं। इसके सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
गंभीर मामलों में यह निमोनिया या ब्रोंकियोलाइटिस का कारण भी बन सकता है, खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों में।
एचएमपीवी वायरस का असम और पुडुचेरी जैसे दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचना चिंता का विषय है। इन क्षेत्रों में आमतौर पर संक्रामक रोग देर से पहुंचते हैं, लेकिन इस बार वायरस ने तेजी से इन इलाकों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।
इसके संभावित कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
एचएमपीवी वायरस के लक्षण कोरोना वायरस से काफी हद तक मिलते-जुलते हैं। यह भी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। हालांकि, एचएमपीवी अभी तक कोरोना जितना गंभीर और घातक साबित नहीं हुआ है।
एचएमपीवी वायरस का फिलहाल कोई विशेष टीका या एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है। इसका इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है। संक्रमित व्यक्ति को आराम करने, पर्याप्त पानी पीने और बुखार-खांसी के लिए सामान्य दवाएं लेने की सलाह दी जाती है।
बचाव के उपाय:
एचएमपीवी वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है।
बिहार की राजनीति एक बार फिर जातीय समीकरणों के पाले में लौटती नजर आ रही…
विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास के बाद इंग्लैंड सीरीज को लेकर BCCI और कोच…
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए 2027…
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेश के बाद सभी मंत्रियों को निर्देश दिए…
rice flour: चावल के आटे का इस्तेमाल करके दमकेगा चेहरा धूल-मिट्टी, पसीना और प्रदूषण के…
zingi parcel: जिंगी पार्सल बच्चों से लेकर बड़ों की पसंद आजकल के बच्चों को घर…