भाखड़ा नहर में पानी की कटौती से हरियाणा के कई जिलों में पानी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। हिसार और सिरसा में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। हिसार में पानी की कमी का फायदा उठाकर टैंकर माफिया सक्रिय हो गए हैं। जो टैंकर पहले 400 रुपए में मिलता था, अब 1200 रुपए तक में बेचा जा रहा है। फतेहाबाद में किसानों को झटका लगा है – यहां सिंचाई पर रोक लगा दी गई है। जींद में पानी बचाने के लिए निर्माण कार्य और वॉशिंग स्टेशन बंद करवा दिए गए हैं। झज्जर में हालत इतने खराब हैं कि लोगों को नहाने तक से मना किया गया है। साथ ही किसानों के लिए खास एडवाइजरी भी जारी की गई है। पंचकूला में जल संकट को देखते हुए पानी की बर्बादी करने वालों के कनेक्शन काटने की चेतावनी दी गई है। पानी की ये स्थिति आने वाले दिनों में और भी गंभीर हो सकती है।
पंजाब ने हरियाणा के पानी में की कटौती !
गौरतलब है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने भाखड़ा नहर से हरियाणा को मिलने वाले पानी में भारी कटौती कर दी है। पहले हरियाणा को 8,500 क्यूसिक पानी मिलता था, लेकिन अब सिर्फ 4,000 क्यूसिक ही दिया जा रहा है। इस वजह से दोनों राज्यों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। पानी का बंटवारा भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) करता है। हरियाणा सरकार ने इस मुद्दे को BBMB के नियम 1974 की धारा 7 के तहत केंद्र सरकार के पास भेजने की मांग की है। अब BBMB ने इस मामले को लेकर केंद्र सरकार को चिट्ठी भेज दी है। यह बोर्ड केंद्रीय बिजली मंत्रालय के अधीन आता है, जिसके मंत्री हैं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर। अब इस चिट्ठी पर फैसला भी वही लेंगे।
सीएम सैनी ने भगवंत मान को घेरा
इसी बीच हरियाणा के CM नायब सैनी ने कहा कि अगर हरियाणा में पानी कम आता है, तो दिल्ली में भी पेयजल आपूर्ति प्रभावित होगी। CM ने आगे कहा-
‘जब तक दिल्ली में AAP की सरकार थी, तब तक दिल्ली जाने वाले पानी पर भगवंत मान की सरकार को कोई आपत्ति नहीं थी, अब सरकार नहीं है तो दिल्ली की जनता को सजा देने का काम किया जा रहा है।’
CM नायब सिंह सैनी ने कहा- सतलुज यमुना लिंक के पानी का विषय नहीं है, यह विषय पीने के पानी का है। हमारी संस्कृति में है कि अगर हमारे घर पर कोई भी व्यक्ति आता है तो पानी पिलाकर हम उसका स्वागत करते हैं।