जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भारत ने बदला ले लिया है। भारत ने इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया है। भारतीय सेना, वायु सेना और नौ-सेना ने मिलकर बीती रात को POK में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। इन आतंकी ठिकानों में जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल और मुजाहिदीन के 900 आतंकियों को निशाना बनाया गया है। वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत की एयरस्ट्राइक को ‘कायराना’ बताया है।
भारत सरकार ने अपने बयान में कहा है, ”इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया है, जहां से भारत पर आतंकी हमलों का प्लान बनाया गया था।”
भारतीय सेना ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
भारतीय सेना ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि टारगेट के बारे में आर्मी के पास विश्वस्त जानकारी थी, जिसके आधार पर ऑपरेशन को लॉन्च किया गया और साल 2008 के मुंबई आतंकी हमले की साजिश भी यहीं रची गई थी। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि इस बात का खास ख्याल रखा गया कि कोई आम नागरिक निशाना न बनें सिर्फ आतंकी संगठनों को निशाना बनाया गया।
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर ब्रीफिंग देते हुए बताया कि 6 और 7 मई की दरमियानी रात को 1:05 बजे से 1:30 बजे तक ऑपरेशन चला। 9 आतंकी कैंप को तबाह किया गया। कर्नल सोफिया ने बताया कि विश्वसनीय सूचनाओं के आधार पर इन लक्ष्यों का चयन किया गया, निर्दोष नागरिकों को नुकसान न पहुंचे, इसका ख्याल रखा गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अगर किसी भी प्रकार की हिमाकत करेगा तो उसका करारा जवाब दिया जाएगा।
कर्नल सोफिया कुरेशी ने कहा, “मासूम पर्यटकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया। पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेटर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था, जो पाकिस्तान और PoK दोनों में फैले हैं।” उत्तर में सवाई नाला और दक्षिण में बहावलपुर में स्थित मशहूर प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ब्रीफिंग देते हुए कहा कि पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट के बाद ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था। पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद मे लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया गया। आतंकियों ने यहीं से प्रशिक्षण लिया था। आतंकियों की रीढ़ तोड़ने की कार्रवाई की गई. बरनाला कैंप भी ध्वस्त किया गया। सियालकोट में महमूना कैंप को भी नष्ट किया गया।
आपको बता दें कि, ये तीनों सेनाओं का जॉइंट ऑपरेशन था। भारत की पराक्रमी सेनाओं ने पाकिस्तान के 4 और पीओके के 5 ठिकानों को टारगेट किया है।