पंजाब में अमृतसर के खेतों में रॉकेट मिलने की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया और ग्रामीणों में डर का माहौल पैदा हो गया। दरअसल पाकिस्तान को खिलाफ चलाए गए भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद अमृतसर के तीन गांवों – दुधाला, जेठूवाल और पंधेर – में रॉकेट गिरे मिले हैं। ग्रामीण ने इसके जानकारी पुलिस को दी और मौके पर सेना के अधिकारियों को भी बुलिया गया और रॉकेट के कब्जे में ले लिया।
भारत के डिफेंस सिस्टम ने किया न्यूट्रलाइज़
वहीं इस बारे में जब डिफेंस एक्सपर्ट्स से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ये रॉकेट भारत और पाकिस्तान दोनों की सेनाएं इस्तेमाल करती हैं। हो सकता है कि ये पाकिस्तान की ओर से दागे गए हों, लेकिन भारत के डिफेंस सिस्टम ने इन्हें हवा में ही निष्क्रिय यानिकी न्यूट्रलाइज़ कर दिया। अच्छी बात यह है कि रॉकेट फटे नहीं, यानी धमाका नहीं हुआ। रॉकेट मिलने के बाद अमृतसर में बिजली बंद (ब्लैकआउट) किया गया ताकि कोई बड़ा नुकसान न हो। इसके अलावा, पंजाब पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
अमृतसर में ब्लैकआउट भी किया गया
अमृतसर, मोगा और कपूरथला में पटाखों पर भी रोक लगा दी गई है, जो 5 जुलाई तक लागू रहेगी। ये माना जा रहा है कि बुधवार-गुरुवार रात 1:02 बजे से लेकर 1:09 बजे के बीच अमृतसर में 7 मिनट के भीतर 6 बार जो धमाकों की आवाज आई, वह इन्हीं पर कार्रवाई के दौरान आए हों। इस दौरान अमृतसर में तुरंत ब्लैकआउट भी किया गया। हालांकि अमृतसर पुलिस ने इसे सोनिक साउंड बताया है। वहीं इस घटना को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो हो गया है। किसी तरह का पैनिक ना हो, इसे देखते हुए प्रशासन ने दोबारा ब्लैकआउट अभ्यास शुरू कराने का आदेश दिया है। इसके साथ ही प्रशासन ने अपील की है कि लोग अपने घरों में ही रहें, घबराएं नहीं, घर के बाहर इकट्ठा न हों, रात के वक्त घरों की लाइटें बंद रखें।