चंडीगढ़. IAS अधिकारी और बठिंडा से भाजपा की उम्मीदवार परमपाल कौर के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. केंद्र सरकार की ओर से पंजाब सरकार को भेजे गए पत्र के बाद राज्य सरकार ने एनओसी भेज दी है और इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
बता दें, परमपाल कौर ने 11 अप्रैल को भाजपा ज्वाइन की थी. 2011 बैच की आईएएस अफसर परमपाल कौर अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका की बहू हैं और इस्तीफा मंजूर होने के बाद अब उनका लोकसभा चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है. परमपाल कौर पंजाब स्टेट इंडस्ट्रियल डिवैल्पमैट कार्पोरशन में बतौर एमडी कार्यरत थे और उन्होंने मुख्य सचिव अनुराग वर्मा को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन भेजा था.
पिछले दिन राज्य सरकार ने उनके आवेदन को नामंजूर करते हुए उन्हें तुरंत ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए कहा था. राज्य सरकार ने वह भी कहा था कि, आवेदन में जो कारण बताए गए हैं वह उनके क्रियाकलाप से मेल नहीं खाते. इसके अलावा उन्हें सेवानिवृत्ति के लाभों से वंचित किए जाने को भी चेतावनी दी गई थी.
जवाब में परमपाल कौर ने कहा था कि, उनका इस्तीफा मंजूर हो गया है और दोबारा ड्यूटी ज्वाइन करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. परमपाल कौर ने 1 अप्रैल को बीआरएस मांगी था. जब सरकार की ओर से इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने 7 अप्रैल को अपना इस्तीफा केंद्रीय मंत्रालय को भेज दिया था, जिसने 11 अप्रैल को इस्तीफा मंजूर कर लिया.
11 अप्रैल को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने उन्हें चेतावनी दी कि उनका वीआरएस आवेदन राज्य सरकार ने मंजूर नहीं किया है, लिहाजा वह अपना सेवानिवृत्ति लाभ खो सकती है.