नोहटा थाना क्षेत्र के महादेव घाट पुल पर ये दर्दनाक हादसा हुआ। बोलोरो अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई। हादसे में आठ लोगों की मौके पर मौत हो गई। घायलों को दमोह के जिला अस्पताल भेजा गया है।
मध्यप्रदेश के दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई। यह हादसा बनवार मार्ग पर सिमरी गांव के पास हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे और घायलों को दमोह जिला अस्पताल भेजा गया। यह हादसा मंगलवार सुबह बनवार मार्ग पर स्थित सिमरी गांव के समीप हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बोलेरो वाहन तेज रफ्तार में था और पुल पर आते ही चालक का नियंत्रण गाड़ी से हट गया, जिससे गाड़ी सीधा नदी में जा गिरी। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। तुरंत ही पुलिस और प्रशासन को सूचित किया गया, जिसके बाद बचाव टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
हादसे में जिन आठ लोगों की मौत हुई, वे सभी जबलपुर जिले के विभिन्न गांवों के निवासी बताए जा रहे हैं। मृतकों की शिनाख्त का कार्य जारी है और प्रशासन मृतकों के परिजनों से संपर्क कर रहा है। वहीं, गंभीर रूप से घायल लोगों को पहले दमोह जिला अस्पताल भेजा गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। घायलों को समय पर इलाज मुहैया कराने के लिए प्रशासन ने ग्रीन कारीडोर बनवाकर एंबुलेंस के जरिए उन्हें रवाना किया।
घायलों की पहचान
इस हादसे में घायल हुए लोगों की पहचान इस प्रकार हुई है:
रज्जो सिंह (55 वर्ष), निवासी पौड़ी
वैभव सिंह (12 वर्ष), पिता देवेंद्र सिंह
आयुष, निवासी बहरोघाट, जबलपुर
अंकित, पिता रज्जो सिंह
रविंद्र (22 वर्ष), पिता डोमेन, निवासी बिजोरी
इन सभी घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है और जबलपुर में उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी निगरानी कर रही है।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही दमोह जिला प्रशासन, पुलिस बल और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और बोलेरो को नदी से बाहर निकालने का कार्य शुरू किया। साथ ही, क्रेन और गोताखोरों की सहायता से नदी में और शवों की तलाश की गई। पुलिस ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है, हालांकि प्राथमिक जांच में तेज रफ्तार और चालक द्वारा नियंत्रण खो देना मुख्य वजह मानी जा रही है।
दमोह के जिला कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया और मृतकों के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की बात कही। राज्य सरकार की ओर से भी हादसे पर शोक व्यक्त किया गया है।
यह दर्दनाक हादसा न केवल मृतकों के परिवारों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गहरी पीड़ा का कारण बन गया है। हादसे की खबर फैलते ही पूरे गांव और आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक एक पारिवारिक कार्यक्रम से लौट रहे थे, तभी यह हादसा हो गया।
सरकार और प्रशासन ने राहत व पुनर्वास के लिए तेजी से कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और अधिकारियों को पीड़ितों को हर संभव मदद देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
दमोह जिला अस्पताल और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में घायलों के इलाज के लिए विशेष मेडिकल टीम तैनात की गई है। डॉक्टरों के मुताबिक, घायलों की स्थिति गंभीर है, लेकिन सभी को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है। प्रशासन द्वारा मेडिकल कॉलेज में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।