प्रस्तावना: एक भयावह दोपहर, जिसने भारत को झकझोर दिया
13 जून 2025 की दोपहर, भारत के इतिहास में एक और दुखद पन्ना जुड़ गया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। दुर्घटना स्थल पर मची अफरा-तफरी और राहत-बचाव कार्यों की तस्वीरें हर किसी की आंखें नम कर रही हैं।
विमान हादसे का घटनाक्रम: टेक-ऑफ के कुछ मिनटों में टूटा संपर्क
सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर 1:39 बजे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान AI-171 ने लंदन के लिए उड़ान भरी थी। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे। उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड में विमान मात्र 625 फीट की ऊंचाई पर पहुंचा था, जब अचानक एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क टूट गया।
टेक्निकल खराबी के कारण विमान रडार से गायब हो गया और कंट्रोल खो बैठा। महज कुछ ही पलों में यह विमान अहमदाबाद के मेघानी नगर क्षेत्र में स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज की मेस बिल्डिंग से जा टकराया। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, विमान पास ही के अतुल्यम हॉस्टल से भी टकरा गया और आग के गोले में तब्दील हो गया।
धुआं, मलबा और चीख-पुकार
घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय निवासियों और चश्मदीदों के अनुसार, टक्कर के साथ ही एक जबरदस्त धमाका हुआ, जिससे कई इमारतों के कांच चटक गए और पूरा इलाका धुएं से भर गया। आसपास के लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। राहत-बचाव टीम, दमकल विभाग, पुलिस और मेडिकल टीमों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलों को बाहर निकालना शुरू किया।
बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और मेस में रह रहे छात्र-छात्राएं भी इस हादसे में घायल हुए हैं। इस क्षेत्र में कई रेजिडेंशियल क्वार्टर और स्टाफ हाउसिंग भी थी, जहां के लोग भी चपेट में आ गए।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी हादसे का शिकार
इस हादसे ने राजनीति जगत को भी झकझोर दिया है। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी इस फ्लाइट में यात्रा कर रहे थे। उनकी भी मौत की पुष्टि हो चुकी है। उनके निधन से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर फैल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक “विवेकशील और समर्पित नेता” बताया।
टाटा ग्रुप का मानवीय कदम: ₹1 करोड़ की सहायता और फ्री ट्रीटमेंट
हादसे के तुरंत बाद, एयर इंडिया की मालिक कंपनी टाटा ग्रुप ने संवेदनशीलता और मानवता की मिसाल पेश की। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने दुख जताते हुए ऐलान किया कि इस त्रासदी में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजनों को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
साथ ही, जो भी यात्री या स्थानीय निवासी इस दुर्घटना में घायल हुए हैं, उनके इलाज का पूरा खर्च टाटा ग्रुप उठाएगा। इसके अलावा टाटा समूह ने बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के पुनर्निर्माण और प्रभावित समुदाय की सहायता के लिए भी विशेष कोष बनाने की घोषणा की है।
X (पूर्व ट्विटर) पर जारी बयान में लिखा गया:
“हम एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 से जुड़ी दुखद घटना से बेहद आहत हैं। यह क्षति शब्दों में व्यक्त नहीं की जा सकती। हम मृतकों के परिजनों को ₹1 करोड़ की सहायता राशि देंगे और घायलों के चिकित्सा व्यय को भी वहन करेंगे।”
DNA टेस्ट से होगी मृतकों की पहचान
गुजरात स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनंजय द्विवेदी ने मीडिया को जानकारी दी कि मृतकों की पहचान के लिए DNA परीक्षण की व्यवस्था की गई है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में इसके लिए विशेष लैब और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगाई गई है।
धनंजय द्विवेदी ने अपील की है कि जो यात्री इस विमान में सवार थे, उनके माता-पिता, बच्चे या निकटतम परिजन अस्पताल में DNA नमूने जमा कराएं, ताकि शवों की पहचान की जा सके।
50 से अधिक घायल, इलाज जारी
घायलों को अहमदाबाद सिविल अस्पताल, शारदा हॉस्पिटल और एलजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। कई की हालत गंभीर है लेकिन स्थिर बताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने इन मरीजों के लिए विशेष ICU, सर्जरी यूनिट और मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और डॉक्टरों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की कमी न आने दी जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति का शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया:
“एयर इंडिया AI-171 हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर उनके परिवारों को इस कठिन समय में शक्ति दें। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। केंद्र सरकार गुजरात सरकार के साथ मिलकर हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस त्रासदी पर शोक व्यक्त किया और मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
जांच के आदेश, DGCA ने गठित की विशेषज्ञ समिति
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने हादसे की हाई लेवल जांच के आदेश दिए हैं। जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है, जिसमें एविएशन इंजीनियर्स, ATC अधिकारियों और पायलट ट्रेनिंग विशेषज्ञों को शामिल किया गया है।
यह समिति यह पता लगाएगी कि क्या वाकई तकनीकी खराबी थी, क्या विमान में रखरखाव की कोई चूक हुई थी, और ATC में उस समय क्या स्थितियां थीं।
एयर इंडिया की पिछली उड़ानों पर भी होगा ऑडिट
DGCA ने एयर इंडिया की हालिया उड़ानों और फ्लाइट लॉग्स की भी जांच शुरू कर दी है, ताकि किसी भी संभावित तकनीकी चूक को समझा जा सके। साथ ही, सभी बोइंग 787 विमानों की एक बार फिर से तकनीकी जांच के आदेश दिए गए हैं।
मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग की व्यवस्था
सरकार ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मनोवैज्ञानिक सहायता टीमों की व्यवस्था की है, जो मानसिक सदमे से जूझ रहे लोगों को काउंसलिंग प्रदान कर रही है। इस काम में गुजरात मानसिक स्वास्थ्य संस्थान और दिल्ली AIIMS की टीमों को भी शामिल किया गया है।