हाल ही में अभिनेता कार्ति द्वारा दिए गए एक विवादास्पद बयान के बाद आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और अभिनेता पवन कल्याण ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। यह मामला तिरुपति लड्डू से जुड़ा है, जो एक सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीक है। कार्ति के बयान ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोपों को जन्म दिया है, जिससे यह मुद्दा और भी संवेदनशील बन गया है।
कार्ति का विवादास्पद बयान
कार्ति ने हाल ही में एक फिल्म समारोह में तिरुपति लड्डू के बारे में टिप्पणी की थी, जिसे कई लोगों ने असंवेदनशील और मजाकिया समझा। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने इस मुद्दे को एक हल्के-फुल्के अंदाज में लिया। यह बात धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ सांस्कृतिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने के रूप में देखी गई।
पवन कल्याण की प्रतिक्रिया
पवन कल्याण ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कार्ति ने तिरुमाला लड्डू का मजाक उड़ाया। मैं उनसे अपील करता हूं कि वे इस विषय पर बात करने से पहले सौ बार सोचें। यह मजाक का विषय नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “मैं कार्ति का एक अभिनेता के रूप में सम्मान करता हूं, लेकिन उन्हें सनातन धर्म के खिलाफ ऐसी टिप्पणियाँ नहीं करनी चाहिए।”
पवन का तर्क
पवन कल्याण ने स्पष्ट किया कि तिरुपति लड्डू केवल एक मिठाई नहीं है, बल्कि यह लाखों लोगों की आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है। तिरुपति मंदिर हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, और वहां के प्रसाद, विशेषकर लड्डू, को विशेष सम्मान प्राप्त है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मजाक करने से धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं और इससे समाज में अस्थिरता भी आ सकती है।
विवाद का सांस्कृतिक संदर्भ
तिरुपति लड्डू का विशेष महत्व है और इसे भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रसाद माना जाता है। यह केवल एक मिठाई नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरी धार्मिक मान्यताएँ और परंपराएँ हैं। इसे भगवान वेंकटेश्वर के प्रसाद के रूप में प्रस्तुत किया जाता है और यह श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक है।
