India Vs Pakistan Ceasefire Live News in Hindi:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात आठ बजे देश को संबोधित करेंगे। भारतीय सेना द्वारा संचालित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देशभर में उत्सुकता और चिंता का माहौल है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रात 8 बजे देश को संबोधित करने की घोषणा की है। माना जा रहा है कि यह संबोधन खासतौर पर ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ा होगा, जिसमें भारतीय सेना ने दुश्मन को करारा जवाब दिया। रक्षा मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग और सेना के शीर्ष अधिकारियों की तरफ से साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस ऑपरेशन के तहत वायुसेना, थलसेना और नौसेना ने समन्वित रूप से पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर निशाना साधा और उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया।

तीनों सेनाओं का साझा प्रेस कांफ्रेंस और पाकिस्तान को चेतावनी

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेनाओं की प्रेस ब्रीफिंग में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए। एयर मार्शल एके भारती ने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान ने जिस तरह से भारत की वायु सीमाओं का उल्लंघन करने की कोशिश की, उसे हमारी वायुसेना के एयर डिफेंस सिस्टम ने पूरी तरह नाकाम कर दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए तुर्किए और अन्य देशों के ड्रोन्स भारतीय एयर डिफेंस के आगे बेबस साबित हुए और उनके मलबे को सभी ने देखा।

प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविताओं और जोशीले गीतों से की गई, जिस पर सवाल पूछे जाने पर एयर मार्शल ने रामचरित मानस की पंक्तियां दोहराते हुए कहा, “भय बिन होए न प्रीति।” उन्होंने कहा कि यह संदेश शत्रु को भी था और देशवासियों के आत्मविश्वास के लिए भी।

नौसेना की सटीक निगरानी और सीमा सुरक्षा

वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में बेहद अहम भूमिका निभाई। नौसेना के कैरियर बैटल ग्रुप और एयरक्राफ्ट्स ने समुद्री सीमाओं की निगरानी करते हुए पाकिस्तान की किसी भी संभावित घुसपैठ को नाकाम किया। उन्होंने कहा कि हमारे जंगी बेड़े ने ऐसी स्थिति नहीं आने दी कि कोई पाकिस्तानी जहाज या ड्रोन भारतीय सीमा में प्रवेश कर सके। भारतीय नौसेना की स्थिति इतनी मजबूत थी कि पाकिस्तान समुद्री मोर्चे पर कोई चुनौती पेश नहीं कर पाया।

थलसेना और एयर डिफेंस की मुस्तैदी

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने ऑपरेशन के दौरान थलसेना और वायुसेना के संयुक्त प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि पाकिस्तान की ओर से जब-जब भारत की एयरफील्ड्स पर हमले हुए, हमारे एयर डिफेंस ग्रिड ने उन्हें विफल कर दिया। उन्होंने बताया कि भारत के सभी एयरबेस पूरी तरह सुरक्षित हैं और भविष्य में किसी भी अभियान के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

उन्होंने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की भी जमकर तारीफ की। घई के अनुसार, बीएसएफ ने सीमाओं पर पूरी ताकत के साथ पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम किया और काउंटर-अलार्म सिस्टम की मदद से दुश्मन की हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए रखी।

प्रधानमंत्री मोदी का आज का संबोधन और जनता की उम्मीदें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज का संबोधन ऐसे समय हो रहा है जब पूरा देश इस संघर्ष के बारे में और जानने को आतुर है। पाकिस्तान द्वारा बार-बार सीजफायर उल्लंघन और ड्रोन्स के जरिए हमले की कोशिशों के बीच भारतीय प्रतिक्रिया को लेकर विपक्षी पार्टियों से लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया तक ने सवाल उठाए हैं। अब जब प्रधानमंत्री खुद राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं, तो यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वे ऑपरेशन सिंदूर के रणनीतिक पक्षों को जनता के सामने लाएंगे।

प्रधानमंत्री का यह भी प्रयास हो सकता है कि वे देशवासियों को विश्वास दिलाएं कि सरकार और सेना हर हालात के लिए तैयार हैं। यह संबोधन रणनीतिक, कूटनीतिक और मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इससे न केवल जनता को सच्चाई का पता चलेगा बल्कि शत्रु देश को भी भारत की नीति और नीयत का स्पष्ट संदेश मिलेगा।

पाकिस्तान की बौखलाहट और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

पाकिस्तान की ओर से जारी किए गए बयानों में घबराहट साफ झलक रही है। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने हमलों से इनकार किया है, लेकिन सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स से स्पष्ट है कि पाकिस्तान की कई सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा है। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका जैसे देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है, लेकिन भारत का रुख साफ है – “पहला प्रहार नहीं, पर प्रत्युत्तर निर्णायक होगा।”

मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया

भारतीय मीडिया में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देशभक्ति की भावना स्पष्ट नजर आ रही है। टीवी चैनलों पर सैन्य विशेषज्ञों के साथ चर्चाएं हो रही हैं, वहीं सोशल मीडिया पर #OperationSindoor, #ModiSpeaksTonight जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। देशवासियों में सेना के प्रति गर्व और सरकार के प्रति समर्थन की भावना देखी जा रही है।

प्रधानमंत्री का यह संबोधन जनता की उम्मीदों और सवालों का उत्तर भी होगा। आम नागरिकों से लेकर राजनीतिक विश्लेषकों तक सभी की नजरें इस पर टिकी हैं।

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