PAK-IND: हरियाणा पुलिस में नौकरी कर रहे पूर्व सैनिक ने दिया बॉर्डर पर जाने का आवेदन
फरीदाबाद: भारत-पाक के बीच चल रहे तनाव के बीच फौज से 3 साल पहले रिटायर्ड होकर आए जवान ने फिर से बार्डर पर जाकर देश की सेवा करने की इच्छा जाहिर की है। इसके लिए पूर्व सैनिक ने सौनिक बोर्ड में सभी दस्तावेज भी जमा कराए है। हरियाणा पलवल में गांव घोड़ी का रहने वाला पूर्व सैनिक फिलहाल हरियाणा पुलिस में नौकरी कर रहा है और देश सेवा के लिए नौकरी छोड़ने को तैयार है।
घोड़ी गांव के रहने वाले इन्द्रजीत देशवाल ने बताया कि 2004 में वह सेना में भर्ती हुए थे। जाट रेजिमेंट में उन्होंनें 2022 तक देश की सेवा की और जून में वह रिटायर होकर वापस आ गए। इसके बाद 2023 में वह हरियाणा पुलिस में एसपीओ के पद पर तैनात है। भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच वह फिर से बॉर्डर पर जाकर देश की सेवा करना चाहते है। इसलिए वह सिविल डिफेंस वॉलंटियर बनकर जाना चाहते है। इसको लेकर सैनिक बोर्ड में अपने कागजात भी जमा करा दिए है।
इन्द्रजीत देशवाल ने बताया कि उनके पिताजी बच्चू सिंह और चाचा भी फौज में रहे है। उनका परिवार शुरू से ही फौज से जुड़ा रहा है। देश सेवा के लिए उनको परिवार की तरफ से भी सपोर्ट मिल रहा है। परिवार के लोगों भी दोबारा से सीमा पर जाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
इन्द्रजीत देशवाल ने बताया कि वह अपनी तरफ से सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर चुके हैं। अब जब फौज की तरफ से बुलावा आयेगा तो वह सबसे पहले देश सेवा के लिए खड़े होंगे। देशवाल ने कहा कि वह किस्मत वाले होंगे अगर को फिर से देश की सेवा करने का मौका मिला।
सेक्टर-16 स्थित जिला सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यालय में पूर्व सैनिकों ने आपातकालीन परिस्थितियों में शहरवासियों की मदद के लिए योजना बनाई। ऐसी परिस्थिति में किस तरह से वह जिला प्रशासन, पुलिस और सेना की मदद को आगे आ सकते हैं, इस पर विचार किया गया।
जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के सचिव और भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त कैप्टन रजनीश सिंह ने बैठक में मौजूद पूर्व सैनिकों को सभी हालात में मदद के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि घरों या संस्थानों पर हमले में फंसे आम लोगों को बचाने के लिए रस्सी, रस्सी काटने के लिए चाकू जरूर रखें। आपात परिस्थिति में फंसे लोगों को निकालने में यह काम आ सकते हैं।